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Hindi Lyrics

कभी शाम ढले तो मेरे दिल में – Sur Movie

कभी शाम ढले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी चाँद खिले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी शाम ढले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी चाँद खिले तो
मेरे दिल में आ जाना
मगर आना इस तरह तुम
के यहाँ से फिर न जाना
कभी शाम ढले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी चाँद खिले तो
मेरे दिल में आ जाना

तू नहीं है मगर
फिर भी तू साथ है
बात हो कोई भी तेरी ही बात है
तू ही मेरे अंदर है
तू ही मेरे बहार है
जब से तुझको जाना है
मैंने अपना मन है
मगर आना इस तरह तुम
के यहाँ से फिर न जाना
कभी शाम ढले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी चाँद खिले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी शाम ढले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी चाँद खिले तो
मेरे दिल में आ जाना

रात दिन की मेरी
दिलकशी तुमसे है
ज़िन्दगी की कसम
ज़िन्दगी तुमसे है
तुम ही मेरी आँखें हो
सूनी तन्हा राहों में
चाहे जितनी दूरी हो
तुम हो मेरी बाँहों में
मगर आना इस तरह तुम
के यहाँ से फिर न जाना
कभी शाम ढले आह
कभी चाँद खिले आह
कभी शाम ढले तो
मेरे दिल में आ जाना
कभी चाँद खिले तो
मेरे दिल में आ जाना.

मेरे दिल में तू ही तू है – Ghazal जगजीत सिंह

मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ
दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ

खुद को खो के तुझको पा कर क्या क्या मिला क्या कहूँ
तेरी हो के जीने में क्या आया मज़ा क्या कहूँ
कैसे दिन हैं कैसी रातें कैसी फिज़ा क्या कहूँ
मेरी हो के तूने मुझको क्या क्या दिया क्या कहूँ
मेरे पहलू में जब तू है फिर मैं दुआ क्या करूँ
दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ

है ये दुनिया दिल की दुनिया मिल के रहेंगे यहाँ
लूटेंगे हम खुशियाँ हर पल दुख ना सहेंगे यहाँ

अरमानों के चंचल धारें ऐसे बहेंगे यहाँ
ये तो सपनों की जन्नत है सब ही कहेंगे यहाँ

ये दुनिया मेरे दिल में बसी है दिल से जुदा क्या करूँ
दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ

जलते हैं जिसके लिए

हम्म हम्म म्म म्म
जलते हैं जिसके लिए, तेरी आंखों के दीए
ढूंढ़ लाया हूं वही, गीत मैं तेरे लिए
जलते हैं जिसके लिए
जलते हैं जिसके लिए, तेरी आंखों के दीए
ढूंढ़ लाया हूं वही, गीत मैं तेरे लिए
जलते हैं जिसके लिए
दिल में रख लेना इसे हाथों से ये छूटे न कहीं
गीत नाज़ुक हैं मेरा शीशे से भी टूटे न कहीं
दिल में रख लेना इसे हाथों से ये छूटे न कहीं
गीत नाज़ुक हैं मेरा शीशे से भी टूटे न कहीं
गुनगुनाऊँगा यही गीत मैं तेरे लिए
जलते हैं जिसके लिए
जब तलक ना ये तेरे रसके भरे होठों से मिलें
यूँ ही आवारा फिरेगा ये तेरी ज़ुल्फ़ों के तले
जब तलक ना ये तेरे रसके भरे होठों से मिलें
यूँ ही आवारा फिरेगा ये तेरी ज़ुल्फ़ों के तले
गाए जाऊँगा वही गीत मैं तेरे लिए
जलते हैं जिसके लिए, तेरी आंखों के दीए
ढूंढ़ लाया हूं वही, गीत मैं तेरे लिए
जलते हैं जिसके लिए

तुमसे ही – Jab We Met

ना है ये पाना, ना खोना ही है
तेरा ना होना, जाने क्यूँ होना ही है
तुमसे ही दिन होता है
सुरमई शाम आती है
तुमसे ही, तुमसे ही
हर घड़ी साँस आती है
"ज़िन्दगी" कहलाती है
तुमसे ही, तुमसे ही
ना है ये पाना, ना खोना ही है
तेरा ना होना, जाने क्यूँ होना ही है
आँखों में आँखें तेरी, बाहों में बाहें तेरी
मेरा ना मुझमें कुछ रहा, हुआ क्या?
बातों में बातें तेरी, रातें सौगातें तेरी
क्यूँ तेरा सब ये हो गया? हुआ क्या?
मैं कहीं भी जाता हूँ
तुमसे ही मिल जाता हूँ
तुमसे ही, तुमसे ही
शोर में ख़ामोशी है
थोड़ी सी बेहोशी है
तुमसे ही, तुमसे ही
आधा सा वादा कभी, आधे से ज़्यादा कभी
जी चाहे कर लूँ इस तरह वफ़ा का
छोड़े ना छूटे कभी, तोड़े ना टूटे कभी
जो धागा तुमसे जुड़ गया वफ़ा का
मैं तेरा सरमाया हूँ
जो भी मैं बन पाया हूँ
तुमसे ही, तुमसे ही
रास्ते मिल जाते है
मंज़िले मिल जाती है
तुमसे ही, तुमसे ही
ना है ये पाना, ना खोना ही है
तेरा ना होना, जाने क्यूँ होना ही है

याद आ रही है

याद आ रही है, याद आ रही है,
याद आ रही है, याद आ रही है,
तेरी याद आ रही है तेरी याद आ रही है
याद आने से, तेरे जाने से, जान जा रही है
याद आ रही है, तेरी याद आ रही है
याद आने से, तेरे जाने से, जान जा रही है
याद आ रही है, तेरी याद आ रही है

पहले ये न जाना, तेरे बाद ये जाना प्यार में
पहले ये न जाना, तेरे बाद ये जाना प्यार में
जीना मुश्किल कर देगा, ये दिल दीवाना प्यार में
जाने कैसे, साँस ये ऐसे, आ जा रही है
याद आ रही है, तेरी याद आ रही है

बनते-बनते दुल्हन, प्रीत, हमारी उलझन बन गई
बनते-बनते दुल्हन, प्रीत, हमारी उलझन बन गई
मेरे दिल की धड़कन, मेरी जान की दुश्मन बन गई
कुछ कह-कहके, मुझे रह-रहके, तड़पा रही है
याद आ रही है, तेरी याद आ रही है

ये रुत की रंग-रलियां, ये फूलों की गलियां रो पड़ीं
ये रुत की रंग-रलियां, ये फूलों की गलियां रो पड़ीं
मेरा हाल सुना तो, मेरे साथ ये कलियां रो पड़ीं
एक नहीं तू, दुनिया आँसू, बरसा रही है
याद आ रही है, तेरी याद आ रही है
याद आने से, तेरे जाने से, जान जा रही है
याद आ रही है, तेरी याद आ रही है

तेरी याद हमसफ़र सुबहो शाम

मेरी सांसो में बसा है तेरा ही एक नाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तू मेरे दिन में, रातों में
खामोशी में, बातों में
बादल के हाथों मैं भेजूं तुझ को यह पयाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
मेरी सांसो में बसा है तेरा ही एक नाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
आँखों में तसवीर है जैसे

तू मेरी तकदीर है जैसे
उस दिल से, इस दिल तक आती
धड़कन की जंजीर है जैसे
आँखों में तसवीर है जैसे
तू मेरी तकदीर है जैसे
उस दिल से, इस दिल तक आती
धड़कन की जंजीर है जैसे

ख्वाबों ख्वाबों तू मिले ना जाने क्या यह सिलसिले
पलकों पर ये प्यार के ना जाने कितने गुल खिले
तेरे ख्वाब सजाते रहना अब है मेरा काम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
फूलों पर, शबनम की नमी है
रंगों की महफिल सी जमी है

मौसम भी, मंझर भी, मैं भी
कहते हैं बस तेरी कमी है
फूलों पर, शबनम की नमी है
रंगों की महफिल सी जमी है
मौसम भी, मंझर भी, मैं भी
कहते हैं बस तेरी कमी है
बागों में हम जो मिले तो गाए सारी कोयलें
महके सारा यह समा हवायें महकी सी चले
तेरी खुशबू से भर जाए कलियों के यह जाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
फूलों पर, शबनम की नमी है
रंगों की महफिल सी जमी है
मौसम भी, मंझर भी, मैं भी
कहते हैं बस तेरी कमी है

फूलों पर, शबनम की नमी है
रंगों की महफिल सी जमी है
मौसम भी, मंझर भी, मैं भी
कहते हैं बस तेरी कमी है
बागों में हम जो मिले तो गाए सारी कोयलें
महके सारा यह समा हवायें महकी सी चले
तेरी खुशबू से भर जाए कलियों के यह जाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम
तेरी याद हमसफर सुबह शाम

करोगे याद तो हर बात याद आएगी

करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी
करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी
गुज़रते वक़्त की, हर मौज ठहर जायेगी
गुज़रते वक़्त की, हर मौज ठहर जायेगी
करोगे याद तो
ये चाँद बीते ज़मानों का आईना होगा
ये चाँद बीते ज़मानों का आईना होगा
भटकते अब्र में, चहरा कोई बना होगा
उदास राह कोई दास्तां सुनाएगी
उदास राह कोई दास्तां सुनाएगी
करोगे याद तो
बरसता-भिंगता मौसम धुआँ-धुआँ होगा
बरसता-भिंगता मौसम धुआँ-धुआँ होगा
पिघलती शम्मो पे दिल का मेरे गुमां होगा
हथेलियों की हिना, याद कुछ दिलाएगी
हथेलियों की हिना, याद कुछ दिलाएगी
करोगे याद तो
गली के मोड़ पे, सूना सा कोई दरवाज़ा
गली के मोड़ पे, सूना सा कोई दरवाज़ा
तरसती आँखों से रस्ता किसी का देखेगा
निगाह दूर तलक जा के लौट आएगी
निगाह दूर तलक जा के लौट आएगी
करोगे याद तो, हर बात याद आएगी
गुज़रते वक़्त की, हर मौज ठहर जाएगी
करोगे याद तो

मैं निकला ओ गड्डी ले के – Border Movie

मैं निकला ओ गड्डी लेके 
रस्ते पर ओ सड़क में एक मोड़ आया
मै उत्थे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया, मै उत्थे दिल छोड़ आया
रब जाने कब गुज़रा अम्रतसर 
ओ कब जाने लाहौर आया
मै उत्थे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया, मै उत्थे दिल छोड़ आया
उस मोड़ पे वो मुटयार मिली, 
हो उस मोड पे वो मुटयार मिली, 
जट्ट अमला पागल हो गया	
उसकी ज़ुल्फ़ों की छाँवो में, 
मैं बिस्तर डाल के सो गया
ओ जब जागा मैं भागा
ओ सब फाटक सब सिगनल मैं तोड़ आया
मै उत्थे दिल छोड़ आया
हो एक मोड़ आया, मै उत्थे दिल छोड़ आया
बस एक नज़र उसको देखा, 
बस एक नज़र उसको देखा
दिल में उसकी तस्वीर लगी 
क्या नाम था उसका रब जाने
मुझको रांझे की हीर लगी 
ओ मैंने देखा इक सपना
संग उसके नाम अपना मैं जोड़ आया
मै उत्थे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया, मै उत्थे दिल छोड़ आया
शरमा के वो यूँ शिमट गई, 
शरमा के वो यू शिमट गई, 
जैसे वो नींद से जाग गई
मैंने कहा गल सुन ओ कुडिये 
वो डर के पीछे भाग गई
वो समझी ओ घर उसके चोरी से 
ओ चुपके से कोई चोर आया
मै उत्थे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया, मै उत्थे दिल छोड़ आया
मैं निकला ओ गड्डी लेके 
ओ रस्ते पर ओ सड़क में एक मोड़ आया
मैं उत्थे दिल छोड़ आया

नहीं सामने Taal Movie

देखो छोड के किस रस्ते वो जाते हैं
सारे रस्ते वापस मेरे दिल को आते हैं
नहीं सामने
नहीं सामने ये अलग बात है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे साथ है मेरे साथ है
तेरा नाम मैंने लिया है यहाँ
मुझे याद तुने किया है वहाँ
तेरा नाम मैंने लिया है यहाँ
मुझे याद तुने किया है वहाँ
बड़े ज़ोर की आज बरसात है
बड़े ज़ोर की आज बरसात है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे साथ है मेरे साथ है
प्रेयसी
बिछड़ के भी मुझसे जुदा तो नहीं
ख़फ़ा है मगर बेवफ़ा तो नहीं
बिछड़ के भी मुझसे जुदा तो नहीं
ख़फ़ा है मगर बेवफ़ा तो नहीं
मेरे हाथ में ही तेरा हाथ है
मेरे हाथ में ही तेरा हाथ है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे साथ है मेरे साथ है
मेरे पास है तू मेरे पास है
मेरे साथ है मेरे साथ है
मेरे पास है मेरे पास है
प्रेयसी

नाम गुम जाएगा

नाम गुम जाएगा
चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है
'गर याद रहे
नाम गुम जाएगा
चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है
'गर याद रहे
वक्त के सितम कम हसीन नहीं
आज है यहाँ कल कहीं नहीं
वक्त से परे अगर मिल गए कहीं
मेरी आवाज़ ही पहचान है
गर याद रहे
हो, नाम गुम जाएगा
चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है
गर याद रहे
जो गुज़र गई कल की बात थी
उम्र तो नहीं एक रात थी
रात का सिरा अगर फिर मिले कहीं
मेरी आवाज़ ही पहचान है
गर याद रहे
ओ, नाम गुम जाएगा
चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है
गर याद रहे
दिन ढले जहाँ रात पास हो
ज़िन्दगी की लौ उँची कर चलो
याद आए गर कभी जी उदास हो
मेरी आवाज़ ही पहचान है
गर याद रहे
नाम गुम जाएगा
चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है
गर याद रहे

क्या हुआ तेरा वादा

क्या हुआ तेरा वादा, वो क़सम, वो इरादा?
क्या हुआ तेरा वादा, वो क़सम, वो इरादा?
भूलेगा दिल, जिस दिन तुम्हें
वो दिन जिन्दगी का आँखरी दिन होगा
क्या हुआ तेरा वादा, वो क़सम, वो इरादा?
भूलेगा दिल, जिस दिन तुम्हें
वो दिन जिन्दगी का आँखरी दिन होगा
क्या हुआ तेरा वादा...
याद है मुझको तूने कहा था
तुमसे नहीं रुठेंगे कभी
दिल की तरह से आज मिले हैं
कैसे भला छूटेंगे कभी
तेरी बाहों में बीती हर शाम
बेवफ़ा ये भी क्या याद नहीं?
क्या हुआ तेरा वादा, वो क़सम, वो इरादा?
भूलेगा दिल, जिस दिन तुम्हें
वो दिन जिन्दगी का आँखरी दिन होगा
क्या हुआ तेरा वादा, वो क़सम, वो इरादा?
ओ कहने वाले मुझको फ़रेबी, 
कौन फ़रेबी है ये बता
वोह जिसने ग़म लिया प्यार की खातिर
या जिसने प्यार को बेच दिया
नशा दौलत का ऐसा भी क्या?
के तुझे कुछ भी याद नहीं
क्या हुआ तेरा वादा, वो क़सम, वो इरादा?
भूलेगा दिल, जिस दिन तुम्हें
वो दिन जिन्दगी का आँखरी दिन होगा
क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम...

दिल मेरी ना सुने – ते मैं किहड़ा सुणदा – हाहा

मैंने छानी इश्क़ की गली
बस तेरी आहटें मिली
मैंने चाहा चाहूँ ना तुझे
पर मेरी एक ना चली
इश्क़ में निगाहों को मिलती हैं बारिशें
फिर भी क्यूँ कर रहा दिल तेरी ख़्वाहिशें
दिल मेरी ना सुने
दिल की मैं ना सुनूँ
दिल मेरी ना सुने
दिल का मैं क्या करूँ
लाया कहाँ मुझको ये मोह तेरा	
रातें ना अब मेरी, ना मेरा सवेरा
जान लेगा मेरी, ये इश्क़ मेरा
इश्क़ में निगाहों को मिलती हैं बारिशें
फिर भी क्यूँ कर रहा दिल तेरी ख़्वाहिशें
दिल मेरी ना सुने
दिल की मैं ना सुनूँ
दिल मेरी ना सुने
दिल का मैं क्या करूँ
दिल तो है दिल का क्या
ग़ुशताख है ये
डरता नहीं पागल
बेबाक़ है ये
है रक़ीब ख़ुद का ही
इत्तेफ़ाक है ये
इश्क़ में निगाहों को मिलती हैं बारिशें
फिर भी क्यूँ कर रहा दिल तेरी ख़्वाहिशें
दिल मेरी ना सुने
दिल की मैं ना सुनूँ
दिल मेरी ना सुने
दिल का मैं क्या करूँ

मेरा मन क्यों तुम्हे चाहे – Mann Movie

मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे     मेरा मन 
ना जाने जुड़ गया कैसे    ये बंधन
कैसी ये दीवानगी, कैसा ये दीवानापन 
मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे  मेरा मन

मैं दीवानी बन गयी   तुमने ऐसा क्या किया 
मेरी नींदें लूटी ली चैन भी मेरा लिया 
मेरा दिल मेरी जान हो, तुम अभी नादान हो 
इश्क़ से अनजान हो 
मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे   मेरा मन 

प्यार कहते हैं किसे,  होता है ये दर्द क्या 
आज पहली बार ये मैंने जाना दिलरुबा 
जागी जागी सो गई   किस जहाँ में खो गयी 
क्या से क्या मैं हो गयी  

मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे  मेरा मन 
ना जाने जुड़ गया कैसे  ये बंधन 
कैसी ये दीवानगी,  कैसा ये दीवानापन 
मेरा मन क्यों तुम्हें चाहे  
मेरा मन  मेरा मन,  
हो मेरा मन

रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो – ठीक है ?

रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
मैं इन आँखों में जो रहूँ तो
रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
मैं इन आँखों में जो रहूँ तो
तुम ये जानो या ना जानो
तुम ये मानो या ना मानो
मेरे जैसा दीवाना तुम पाओगे नहीं
याद करोगे मैं जो ना हूँ तो
रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
मेरी ये दीवानगी कभी ना होगी कम
जितने भी चाहे तुम कर लो सितम
मेरी ये दीवानगी कभी ना होगी कम
जितने भी चाहे तुम कर लो सितम
मुझसे बोलो या ना बोलो
मुझको देखो या ना देखो
ये भी माना मुझसे मिलने आओगे नहीं
सारे सितम हँसके मैं सहूँ तो
रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
प्रेम के दरिया में लहरें हज़ार
लहरों में जो भी डुबा हुआ वही पार
प्रेम के दरिया में लहरें हज़ार
लहरों में जो भी डुबा हुआ वही पार
ऊँची नीची नीची ऊँची
नीची ऊँची ऊँची नीची
लहरों में तुम देखूँ कैसे आओगे नहीं
मैं इन लहरों में जो बहूँ तो
रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
तुम ये जानो या ना जानो
तुम ये मानो या ना मानो
मेरे जैसा दीवाना तुम पाओगे नहीं
रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
मैं इन आँखों में जो रहूँ तो
रूठ ना जाना तुम से कहूँ तो
मैं इन आँखों में जो रहूँ तो

कुछ न कहो -1942 Love Story

कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझको पता है, तुमको पता है
समय का ये पल, थम सा गया है
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ बस एक तुम हो

कितने गहरे हल्के, शाम के रंग हैं छलके
पर्वत से यूँ उतरे बादल जैसे आँचल ढलके
सुलगी सुलगी साँसें बहकी बहकी धड़कन
महके महके शाम के साये, पिघले पिघले तन मन

खोए सब पहचाने खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर गिरके, खोए सारे सपने
हमने जब देखे थे, सुन्दर कोमल सपने
फूल सितारे पर्वत बादल सब लगते थे अपने


रिम झिम रिम झिम रुम झुम रुम झुम 
भीगी भीगी रुत में तुम हम हम तुम 
चलते हैं चलते हैं 
बजता है जलतरंग पर के छत पे जब 
मोतियों जैसा जल बरसाए 
बूँदों की ये झड़ी लाई है वो घड़ी 
जिसके लिये हम तरसे, 
हो हो हो रिम झिम रिम झिम 

बादल की चादरें ओढ़े हैं वादियां 
सारी दिशायें सोई हैं 
सपनों के गाओं में भीगी सी छाँव में 
दो आत्माएं खोई हैं 

आई हैं देखने झीलों के आइने 
बालों को खोले घटाएं 
राहें धुआँ धुआँ जाएंगे हम कहाँ 
आओ यहीं रह जाएं 

रूक जाना नहीं तू हार के

रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चलके मिलेंगे साएँ बहार के
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चलके मिलेंगे साएँ बहार के
ओ, राही, ओ, राही  ओ, राही, ओ, राही
सूरज, देख, रुक गया है
तेरे आगे झुक गया है
सूरज, देख, रुक गया है
तेरे आगे झुक गया है
जब कभी ऐसे कोई मस्ताना
निकले हैं अपनी धुन में दीवाना
शाम सुहानी बन जाते हैं दिन इंतज़ार के
ओ, राही, ओ, राही  ओ, राही, ओ, राही
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चलके मिलेंगे साएँ बहार के
ओ, राही, ओ, राही  ओ, राही, ओ, राही
साथी ना कारवाँ है
ये तेरा इम्तिहाँ है
साथी ना कारवाँ है
ये तेरा इम्तिहाँ है
यूँ ही चला चल दिल के सहारे
करती हैं मंज़िल तुझको इशारे
देख, कहीं कोई रोक नहीं ले तुझको पुकार के
ओ, राही, ओ, राही  ओ, राही, ओ, राही
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
काँटों पे चल के मिलेंगे साएँ बहार के
ओ, राही, ओ, राही ओ, राही, ओ, राही
नैन आँसू जो लिए हैं
ये राहों के दीए हैं
नैन आँसू जो लिए हैं
ये राहों के दीए हैं
लोगों को उनका सब कुछ दे के
तू तो चला था सपने ही ले के
कोई नहीं तो तेरे अपने हैं सपने ये प्यार के
ओ, राही, ओ, राही  ओ, राही, ओ, राही

पल पल दिल के पास

पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल ...

हर शाम आँखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बारात ले आए
मैं सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
एक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल कि धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल ...

कल तुझको देखा था, मैने अपने आंगन में
जैसे कह रही थी तुम, मुझे बाँध लो बन्धन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने हैं
बेगाने हो कर भी, क्यूँ लगते अपने हैं 
मैं सोच मैं रहता हूँ, डर डर के कहता हूँ
पल पल ...

तुम सोचोगी क्यूँ इतना, मैं तुमसे प्यार करूं
तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इक़रार करूं
दीवानों की ये बातें, दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है, परवाने जानते हैं
तुम यूँ ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल ...

हमें और जीने की चाहत ना होती

हमें और जीने की चाहत न होती
अगर तुम न होते,  अगर तुम न होते

(हमें जो तुम्हारा सहारा न मिलता
भंवर में ही रहते किनारा न मिलता - २)
किनारे पे भी तो लहर आ डुबोती
अगर तुम न होते,  अगर तुम न होते

(तुम्हें देखके तो लगता है ऐसे
बहारों का मौसम आया हो जैसे - २)
दिखाई न देती अंधेरों में ज्योती
अगर तुम न होते,  अगर तुम न होते

तुम्हें क्या बताऊं के तुम मेरे क्या हो
मेरी ज़िंदगी का तुम ही आसरा हो
मैं आशा कि लड़ियां, न रह रह पिरोती
अगर तुम न होते,  अगर तुम न होते

हर इक ग़म तुम्हारा सहेंगे खुशी से
करेंगे न शिकवा कभी भी किसी से
जहाँ मुझ पे हंसता, खुशी मुझपे रोती
अगर तुम न होते,  अगर तुम न होते

न जाने जो दिल से ये आवाज़ आई
मिलन से है बढ़के तुम्हारी जुदाई
ये आँखों के आँसू, न कहलाते मोती
अगर तुम न होते,  अगर तुम न होते

सुहाना सफ़र और यह मौसम हसीँ

सुहाना सफ़र और ये मौसम हंसीं (२)
हमें डर है हम खो न जाएं कहीं
सुहाना सफ़र ...

(ये कौन हँसता है फूलों में छूप कर 
बहार बेचैन है किसकी धुन पर ) - (२)
कहीं गुमगुम, कहीं रुमझुम, के जैसे नाचे ज़मीं
सुहाना सफ़र ...

(ये गोरी नदियों का चलना उछलकर 
के जैसे अल्हड़ चले पी से मिलकर ) - (२)
प्यारे प्यारे ये नज़ारे निखरे हैं हर कहीं
सुहाना सफ़र ...

हो हो हो ...
(वो आसमाँ झुक रहा है ज़मीं पर 
ये मिलन हमने देखा यहीं पर ) - (२)
मेरी दुनिया, मेरे सपने, मिलेंगे शायद यहीं
सुहाना सफ़र ...

सुन साहिबा सुन प्यार की धुन

सुन साहिबा सुन,  प्यार की धुन 
सुन साहिबा सुन,  प्यार की धुन 
हो.. मैने तुझे चुन लिया, तू भी मुझे चुन 
सुन सुन साहिबा सुन, प्यार की धुन

कोई हसीना कदम पहले बढ़ाती नही 
मजबूरी दिल से ना हो तो पास आती नही 
ख़ुशी मेरे दिल को हद से ज्यादा है 
तेरे संग ज़िन्दगी बिताने का इरादा है हो.. 
प्रीत के यह धागे तू भी संग मेरे Bunn 
सुन साहिबा सुन प्यार की धुन 
हो मैने तुझे चुन लिया, तू भी मुझे चुन 

तू जो हाँ कहे तो, बन जाए बात भी 
हो तेरा इशारा तो चल दू मैं साथ भी 
तेरे लिए साहिबा नाचूगी मैं गाउंगी 
दिल में बसा ले तेरा घर भी बसाऊंगी 
हो डाल दे निगाहो कर दे प्यार का शगुन 
सुन साहिबा सुन हो.. प्यार की धुन 

मेरा ही खून-ए-जिगर देगा गवाही मेरी 
तेरे ही हाथो लिखी शायद तबाही मेरी 
दिल तुझपे वार है, जान तुझपे वारूगी 
आये के ना आये, तेरा रास्ता निहारूगी 
हो कर ले कुबूल मुझे होगा बड़ा Punn 
सुन साहिबा सुन सुन सुन प्यार की धुन 
मैने तुझे चुन लिया, तू भी मुझे चुन 

दिल है के मानता नहीं

दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
मुश्किल बड़ी है रस्मे मोहब्बत
यह जानता ही नहीं
ओ, दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
यह बेकरारी क्यूं हो रही है
यह जानता ही नहीं
ओ, दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
दिल तो यह चाहे
हर पल तुम्हे हम
बस यूंही देखा करे
मारके भी हम न तुमसे जुदा हो
आओ कुछ ऐसा करे
मुझ में समा जा
आ पास आ जा
हमदम मेरे हमनशीं
दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
तेरी वफ़ाएं, तेरी मुहब्बत
सब कुछ है मेरे लिए
तूने दिया है नज़राना दिल को
हम तो है तेरे लिए
यह बात सच है सब जानते है
तुमको भी है यह यकीन
दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
मुश्किल बड़ी है रस्मे मोहब्बत
यह जानता ही नहीं
ओ, दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं

मैं ना हिन्दू ना मुसलमान – Jagjit Singh

मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो Music
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो

दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो


कोई एहसां न करो मुझपे तो एहसां होगा Music 
कोई एहसां न करो मुझपे तो एहसां होगा
सिर्फ़ इतना करो एहसान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो

सब के दूख-दर्द को बस अपना समझ कर जीना  Music
सब के दूख-दर्द को बस अपना समझ कर जीना
बस यही है मेरा अरमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो


लोग होते हैं जो हैरान मेरे जीने से  Music
लोग होते हैं जो हैरान मेरे जीने से
लोग होते रहें हैरान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो

मैने ख़त मेहबूब के नाम लिखा

प्यार के कागज़ पे दिल की कलम से
प्यार के कागज़ पे दिल की कलम से
पहली बार सलाम लिखा
पहली बार सलाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
प्यार के कागज़ पे दिल की कलम से
प्यार के कागज़ पे दिल की कलम से
पहली बार सलाम लिखा
पहली बार सलाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
यादों में दिन काटती थी
पर न गुजरती थी रातें
यादों में दिन काटती थी
पर न गुजरती थी रातें
कैसे भला मैं बतायु
तुझको जुदाई की बातें
रंग लायी बेक़रारी
ऐसी छायी थी खुमारी
मैंने सुबह को शाम लिखा
मैंने सुबह को शाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
तेरे गुलाबी लबों से
शबनम के दाने चुराओ
तेरे गुलाबी लबों से
शबनम के दाने चुराओ
जो बात खातमें लिखि न
आजा तुझे मैं बताऊँ
यु ही आहे भरते भरते
तौबा मैंने डरते डरते
उल्फत का पयाम लिखा
उल्फत का पयाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
अच्छा नहीं यूँ तडपना
ऐसे मिटेंगी न दूरि
अच्छा नहीं यूँ तडपना
ऐसे मिटेंगी न दूरि
शेहनाई जिस दिन बजेगी
हर आरजू होगी पूरी
प्यास अपनी कब भुजेगी
जाने डोली कब सजेगी
रब ने क्या अन्जाम लिखा
रब ने क्या अन्जाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
प्यार के कागज़ पे दिल की कलम से
प्यार के कागज़ पे दिल की कलम से
पहली बार सलाम लिखा
पहली बार सलाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा
मैंने खत मेहबूब के नाम लिखा

मैने तेरे लिए ही सात रंग के सपने

मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चूने
सपने, सुरीले सपने
कुछ हँसते, कुछ गम के
तेरी आँखों के साए चुराए रसीली यादों ने

छोटी बाते, छोटी, छोटी बातों की हैं यादे बड़ी
भूले नहीं, बीती हुयी एक छोटी घड़ी
जनम जनम से आँखे बिछाई तेरे लिए इन राहों ने

भोले भाले, भोले भाले दिल को बहलाते रहे
तनहाई में तेरे ख्यालों को सजाते रहे
कभी कभी तो आवाज देकर मुझको जगाया ख़्वाबों ने

सात समुंदर पार में तेरे पीछे पीछे

ला ला ला ला ला.. ला ला ला ला ला.. 
सात समुन्दर.. सात समुन्दर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गयी 
मैं तेरे पीछे-पीछे आ गयी 
ज़ुल्मी मेरी जाँ ओ ज़ुल्मी मेरी जाँ तेरे क़दमों के नीचे आ गयी 
सात समुन्दर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गयी 
मैं तेरे पीछे-पीछे आ गयी 

ना रस्ता मालूम ना तेरा नाम पता मालूम 
ना रस्ता मालूम ना तेरा नाम पता मालूम 
कैसे मेरे प्यार ने तुझको ढूँढा क्या मालूम 
सीधी तेरे पास सीधी तेरे पास मैं अँखियाँ मीचे-मीचे आ गयी 
सात समुन्दर.. सात समुन्दर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गयी 
मैं तेरे पीछे-पीछे आ गयी

यारो दोसती बड़ी ही हसीन है

यारों दोस्ती, बड़ी ही हसीन है
ये न हो तो, क्या फिर?
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो हो राजदार
बेगरज़ तेरा हो यार
कोई तो हो राजदार
यारों मोहब्बत, ही तो बन्दगी है
ये न हो तो, क्या फिर?
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो दिलबर हो यार
जिसको तुझसे हो प्यार
कोई तो दिलबर हो यार
तेरी हर एक बुराई पे डांटे वो दोस्त
ग़म की हो धूप, तो साया बने तेरा वो दोस्त
नाचे भी वो, तेरी खुशी में
अरे यारों दोस्ती, बड़ी ही हसीन है
ये न हो तो, क्या फिर?
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो हो राजदार
बेगरज़ तेरा हो यार
कोई तो हो राजदार
तन - मन करे तुझपे फिदा महबूब वो
पलकों पे जो रखे तुझे महबूब वो
जिसकी वफ़ा तेरे लिए हो
अरे यारों मोहब्बत, ही तो बन्दगी है
ये न हो तो, क्या फिर?
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो दिलबर हो यार
जिसको तुझसे हो प्यार
कोई तो दिलबर हो यार

जब जब बहार आई

जब जब बहार आये
और फूल मुस्कुराये
मुझे तुम याद आये
मुझे तुम याद आये
जब जब बहार आये
और फूल मुस्कुराये
मुझे तुम याद आये
मुझे तुम याद आये
जब जब भी चाँद निकला
और टारे जगमगाये
मुझे तुम याद आये
मुझे तुम याद आये

अपना कोई तराना
मैंने नहीं बनाया
अपना कोई तराना
मैंने नहीं बनाया
तुमने मेरे लबों पे
हर एक सुर सजाए
जब जब मेरे तरने
दुनिया ने गुनगुनाये
मुझे तुम याद आये
मुझे तुम याद आये

सौ साल पहले मुझे तुमसे प्यार

सौ साल पहले मुझे तुम से प्यार था
आज भी है और कल भी रहेगा
सदियों से तुझ से मिलने जिया बेक़रार था
आज भी है और कल भी रहेगा

तुम रूठा न करो मेरी जाँ मेरी जान निकल जाती है
तुम हँसती रहती हो तो इक बिजली सी चमक जाती है
मुझे जीते जी ओ दिलबर, तेरा इंतज़ार था
आज भी है और और कल भी रहेगा
सौ साल ...

इस दिल के तारों में मधुर झंकर तुम्ही से है
और यह हसीन जलवा यह मस्त बहार तुम्ही से है
दिल तो मेरा सनम, तेरा तलबगार था
आज भी है और और कल भी रेहेगा
सौ साल ...

सागर किनारे दिल यह पुकारे

सागर किनारे, दिल ये पुकारे 
तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है हो.. सागर किनारे..  

जागे नज़ारे, जागी हवायें 
जागे नज़ारे, जागी हवायें 
जब प्यार जागा, जागी फिज़ायें 
हो पल भर तो दिल की दुनियाँ सोयी नहीं है 
सागर किनारे, दिल ये पुकारे 
तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है हो.. सागर किनारे..  

लहरों पे नाचें, किरनों की परियाँ 
लहरों पे नाचें, किरनों की परियाँ 
मैं खोयी जैसे, सागर में नदियाँ 
हो तू ही अकेली तो खोयी नहीं है 
सागर किनारे, दिल ये पुकारे 
तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं  है  
सागर किनारे

गाता रहे मेरा दिल

गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल
गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल हाय
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल हाय
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल
प्यार करने वाले अरे प्यार ही करेंगे
जलने वाले चाहे जल जल मरेंगे
प्यार करने वाले अरे प्यार ही करेंगे
जलने वाले चाहे जल जल मरेंगे
मिलके जो धड़के हैं दो दिल हरदम ये कहेंगे
कहीं बीतें ना
हो कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल
ओ मेरे हमराही मेरी बाँह थामे चलना
बदले दुनिया सारी तुम ना बदलना
ओ मेरे हमराही मेरी बाँह थामे चलना
बदले दुनिया सारी तुम ना बदलना
प्यार हमे भी सिखला देगा गर्दिश में सम्भलना
कहीं बीतें ना
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल
दूरियाँ अब कैसी अरे शाम जा रही है
हमको ढलते ढलते समझा रही है
दूरियाँ अब कैसी अरे शाम जा रही है
हमको ढलते ढलते समझा रही है
आती जाती साँस जाने कब से गा रही है
कहीं बीतें ना
हो कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल हाय
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल

बड़े अच्छे लगते हैं

बड़े अच्छे लगते हैं बड़े अच्छे लगते हैं क्या
ये धरती ये नदिया ये रैना
और और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती ये नदिया ये रैना और
और और तुम
ओ माझी रे जइयो पिया के देस
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
मगर सच्चे लगते हैं ये धरती ये नदिया ये रैना और
और तुम
तुम इन सबको छोड़के कैसे कल सुबह जाओगी
मेरे साथ इन्हें भी तो तुम याद बहुत आओगी
तुम इन सबको छोड़के कैसे कल सुबह जाओगी
मेरे साथ इन्हें भी तो तुम याद बहुत आओगी
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती ये नदिया ये रैना
और और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं

नैना वरसे रिम झिम रिम झिम

नैना बरसे, रिमझिम रिमझिम
पिया तोरे आवन की आस

वो दिन मेरी निगाहों में
वो यादें मेरी आहों में
ये दिल अब तक भटकता है
तेरी उल्फत की राहों में
सूनी सूनी राहें, सहमी सहमी बाहें
आँखों में है बरसों की प्यास
नैना बरसे रिमझिम...
       नज़र तुझ बिन मचलती है
       मोहब्बत हाथ मलती है
      चला आ मेरे परवाने
     वफ़ा की शम्मा जलती है
    ओ मेरे हमराही, फिरती हूँ घबरायी
      जहाँ भी है आ जा मेरे पास
       नैना बरसे रिमझिम...
अधूरा हूँ मैं अफसाना
जो याद आऊँ चले आना
मेरा जो हाल है तुझ बिन
वो आकर देखते जाना
भीगी भीगी पलकें, छम-छम आँसू छलकें
खोयी खोयी आँखें हैं उदास
नैना बरसे रिमझिम...
      ये लाखों गम ये तन्हाई
      मोहब्बत की ये रुसवाई
      कटी ऐसी कई रातें
      ना तुम आए ना मौत आई
     ये बिंदिया का तारा, जैसे हो अंगारा
    मेहंदी मेरे हाथों की उदास
नैना बरसे रिमझिम...

यह मेरा प्रेम पत्र पड़ कर

मेहरबां लिखूं, हसीना लिखूं, या दिलरुबा लिखूं
हैरान हूँ कि आप को इस ख़त में क्या लिखूं
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर के तुम नाराज़ न होना
कि तुम मेरी ज़िन्दगी हो कि तुम मेरी बंदगी हो

तुझे मैं चाँद कहता था, मगर उसमें भी दाग है
तुझे सूरज मैं कहता था, मगर उसमें भी आग है
तुझे इतना ही कहता हूँ
कि मुझको तुमसे प्यार है
तुमसे प्यार है, तुमसे प्यार है
ये मेरा प्रेम पत्र...

तुझे गंगा मैं समझूंगा, तुझे जमुना मैं समझूंगा
तू दिल के पास है इतनी, तुझे अपना मैं समझूंगा
अगर मर जाऊं रूह भटकेगी
तेरे इंतज़ार में,
इंतज़ार में, इंतज़ार में
ये मेरा प्रेम पत्र...

ये ना थी हमारी क़िस्मत के विसाल-ए-यार होता

ये ना थी हमारी क़िस्मत के विसाल-ए-यार होता
ये ना थी हमारी क़िस्मत के विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते, यही इंतज़ार होता
ये ना थी हमारी क़िस्मत
 
कहूँ  किस  से मैं  के कया  है 
 शब -ए - गम  बुरी  बला  है 
कहूँ  किस  से मैं  के कया  है 
 शब -ए - गम  बुरी  बला  है 
 मुझे  क्या  बुरा  था  मरना  
 अगर  एक वार  होता 
मुझे  क्या  बुरा  था  मरना  
 अगर  एक वार  होता 
 यह  न  थी  हमारी  किस्मत 
कोई मेरे दिल से पूछे, तेरे तीर-ए-नीम कश को
कोई मेरे दिल से पूछे, तेरे तीर-ए-नीम कश को
ये ख़लिश कहाँ से होती, जो जिगर के पार होता
ये ख़लिश कहाँ से होती, जो जिगर के पार होता
ये ना थी हमारी क़िस्मत के विसाल-ए-यार होता
ये ना थी हमारी क़िस्मत 

मुस्कुरा कर मिला करो हमसे

मुस्कुरा कर मिला करो हमसे Music
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
Music  3 2 1
बात करने से बात बढ़ती है
बात करने से बात बढ़ती है
 रोज़  बातें किया करो हमसे
रोज़  बातें किया करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
Music  3  2  1
दुश्मनी से मिलेगा क्या तुम को
दुश्मनी से मिलेगा क्या तुम को
दोस्त बनकर रहा करो हमसे
दोस्त बनकर रहा करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
देख लेते है सात पर्दो में
देख लेते है सात पर्दो में
ज्यों  ना परदा किया करो हमसे
ज्यों ना परदा किया करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे


तस्वीर तेरी दिल में

तस्वीर तेरी दिल में
जिस दिन से उतारी है
तस्वीर तेरी दिल में
जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग ले के
नए-नए रंग ले के
सपनों की महफ़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग ले के
नए-नए रंग ले के
सपनों की महफ़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
माथे की बिंदिया तू है सनम
नैनों का कजरा पिया तेरा ग़म
माथे की बिंदिया तू है सनम
नैनों का कजरा पिया तेरा ग़म
नैन के नीचे-नीचे
रहूँ तेरे पीछे-पीछे
चलूँ किसी मंज़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग ले के
नए-नए रंग ले के
सपनों की महफ़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
तुम से नज़र जब गई है मिल
जहाँ है कदम तेरे, वहीं मेरा दिल
तुम से नज़र जब गई है मिल
जहाँ है कदम तेरे, वहीं मेरा दिल
झुके जहाँ पलकें तेरी
खुले जहाँ ज़ुल्फ़ें तेरी
रहूँ उसी मंज़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग ले के
नए-नए रंग ले के
सपनों की महफ़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
तूफ़ान उठाएगी दुनिया मगर
रूक न सकेगा दिल का सफ़र
तूफ़ान उठाएगी दुनिया मगर
रूक न सकेगा दिल का सफ़र
यूँ ही नज़र मिलती होगी
यूँ ही शमा जलती होगी
तेरी-मेरी मंज़िल में
तस्वीर तेरी दिल में
जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग ले के
नए-नए रंग ले के
सपनों की महफ़िल में
तस्वीर तेरी दिल में(तस्वीर तेरी दिल में)
जिस दिन से उतारी है(जिस दिन से उतारी है)
फिरूँ तुझे संग ले के(फिरूँ तुझे संग ले के)
नए-नए रंग ले के(नए-नए रंग ले के)
सपनों की महफ़िल में(सपनों की महफ़िल में)
तस्वीर तेरी दिल में(तस्वीर तेरी दिल में)
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
सुन लो मगर एक बात
एक डोर से बँधोगी सनम किसी दिन हमारे साथ
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
सुन लो मगर एक बात
तुम इस गली तो मैं उस गली के आऊँ कभी न हाथ
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
मेरे पीछे-पीछे चले तो हो बाबू
पर ज़रा तिरछी है चाल
आशिक़ बनना जाओ कहीं सीखो
तुम अभी दो-चार साल
चाहत के क़ाबिल बन जाओ फिर मैं करूँगी
फिर मैं करूँगी बात
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
सुन लो मगर एक बात
तुम इस गली तो मैं उस गली के आऊँ कभी न हाथ
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
ओ मेरी चंचल पवन बसंती
करो नहीं यूँ बेक़रार
इन बाँहों में आना है तुमको
आख़िर जान-ए-बहार
दिल थामे आओगी फिर मैं पूछूँगा तुमसे
पूछूँगा तुमसे बात
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
सुन लो मगर एक बात
एक डोर से बँधोगी सनम किसी दिन हमारे साथ
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
सुन लो मगर एक बात
तुम इस गली तो मैं उस गली के आऊँ कभी न हाथ
चाहे रहो दूर चाहे रहो पास
केसरिया.. बालमा आओजी पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस 
पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस
आँखो मे चेहरा तुम्हारा तुम्हारा रे
आजा के दिल ने पुकारा पुकारा रे  

आँखो मे चेहरा तुम्हारा तुम्हारा रे
आजा के दिल ने पुकारा पुकारा रे
पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस
पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस

तेरे आने का संदेसा जो आया रे
दिल पे खुशियो का यह आलम है छाया रे
तुझसे मिलने की बेचैनी तडपाए रे
इक पल कही ना मुझे चैन आए रे
केसरिया बालमा आओजी पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस
आँखों मे चेहरा तुम्हारा तुम्हारा रे
आजा के दिल ने पुकारा पुकारा रे
पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस

तेरे बारे मे सोचु मे हमेशा रे
तेरे ही सपने देखु मे हमेशा रे
घड़िया गिन गिनके मे दिन यह गुजारू रे
तेरा ही रस्ता निहारू निहारू रे
केसरिया बालमा आओजी पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस
आँखों मे चेहरा तुम्हारा तुम्हारा रे
आजा के दिल ने पुकारा पुकारा रे
पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस
केसरिया बालमा आओजी पधारो म्हारे देस देस रे, पधारो म्हारे देस
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
बड़ी दिल-नशीं हैं ये उनकी अदाएँ
अदाओं पे मरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
जो कहना है उनसे, कहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
हो, जो कहना है उनसे, कहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
बिना कुछ कहे हम रहें भी तो कैसे?
क़सम चाहतों की, मोहब्बत में अब तो
हदों से गुज़रने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
जो दिल की दुआ है, कभी काम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
हाँ, जो दिल की दुआ है, कभी काम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
घड़ी-दो-घड़ी को तो आराम आए
सनम, बाज़ुओं के हसीं दायरे में
रो कर बिखरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं
मगर बात करने को जी चाहता है
बड़ी दिल-नशीं हैं ये उनकी अदाएँ
अदाओं पे मरने को जी चाहता है
वो हमसे ख़फ़ा हैं, हम उनसे ख़फ़ा हैं

Ghazal – Chand ke Sath Kai Dard Purane

चाँद के साथ चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले 
 चाँद के साथ चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले 
 चाँद के साथ चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले 
 दर्द पुराने निकले दर्द पुराने निकले 
 चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले 
 कितने गम थे जो तेरे गम के बहाने निकले 
 चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले 
 फसल-ए-गुल आई फिर एक बार 
 असीरान-ए-वफ़ा 
 फसल-ए-गुल आई फिर एक बार 
 असीरान-ए-वफ़ा 
 अपने ही खून के दरिया में नाहने निकले 
 दिल ने एक ईट से तामीर किया ताजमहल 
 दिल ने एक ईट से तामीर किया ताजमहल 
 तूने एक बात कही लाख फसाने निकले 
 दस्त-ए-तन्हाई हिजरा में खड़ा सोचता हूं 
 दस्त-ए-तन्हाई हिजरा में खड़ा सोचता हूं 
 हाय क्या लोग 
 हाय क्या लोग मेरा साथ निभाने निकले 
 हाय क्या लोग मेरा साथ निभाने निकले 
 चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले 
 चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले कितने 
 गम थे जो तेरे गम के बहाने निकले 
 चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
कौन है जो सपनो मे आया, कौन है जो दिल मे समाया
लो झुक गया आसमा भी इश्क़ मेरा रंग लाया
कौन है जो सपनो मे आया, कौन है जो दिल मे समाया
लो झुक गया आसमा भी इश्क़ मेरा रंग लाया
ओ प्रिया, आ आ आ, ओ प्रिया, आ आ आ
ज़िंदगी के हर इक मोड़ पे मै गीत गाता चला जा रहा हू
ज़िंदगी के हर इक मोड़ पे मै गीत गाता चला जा रहा हू
बेखुदी का ये आलम ना पूछो मंज़िलो से बढ़ा जा रहा हू
मंज़िलो से बढ़ा जा रहा हू
कौन है जो सपनो मे आया, कौन है जो दिल मे समाया
लो झुक गया आसमा भी इश्क़ मेरा रंग लाया
ओ प्रिया आ आ आ, ओ प्रिया आ आ आ
सज गयी आज सारी दिशाए, खुल गयी आज जन्नत की राहे
सज गयी आज सारी दिशाए, खुल गयी आज जन्नत की राहे
हुस्न जबसे मेरा हो गया है, मुझपे पड़ती है सबकी निगाहे
मुझपे पड़ती है सबकी निगाहे
कौन है जो सपनो मे आया, कौन है जो दिल मे समाया
लो झुक गया आसमा भी इश्क़ मेरा रंग लाया
ओ प्रिया आ आ आ, ओ प्रिया आ आ आ
जिस्म को मौत आती है लेकिन रूह को मौत आती नही है
जिस्म को मौत आती है लेकिन रूह को मौत आती नही है
इश्क़ रौशन है रौशन रहेगा, रौशनी इसकी जाती नही है
रौशनी इसकी जाती नही है
कौन है जो सपनो मे आया, कौन है जो दिल मे समाया
लो झुक गया आसमा भी इश्क़ मेरा रंग लाया
ओ प्रिया आ आ आ , ओ प्रिया आ आ आ
ओ प्रिया आ आ आ
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दावा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार
हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार
या इलाही ये माजरा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
मैं भी मुंह मे ज़ुबान रखता हूँ
मैं भी मुंह मे ज़ुबान रखता हूँ
काश पुछो की मुद्दा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद
जो नही जानते वफ़ा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
जान तुम पर निसार करता हूँ
जान तुम पर निसार करता हूँ
मैं नही जानता दुआ क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है
मैने  माना कि कुछ नहीं ग़ालिब 
मुफत हाथ आए तो बुरा कया है 
अरे मुफत में ग़ालिब मिले 
और क्या चाहिए दिन भर ग़ज़ल सुनाएगा 
dil-e-nādāñ tujhe huā kyā hai 

āḳhir is dard kī davā kyā hai 



ham haiñ mushtāq aur vo be-zār 

yā ilāhī ye mājrā kyā hai 



maiñ bhī muñh meñ zabān rakhtā huuñ 

kaash pūchho ki mudda.ā kyā hai 



jab ki tujh bin nahīñ koī maujūd 

 phir ye hañgāma ai ḳhudā kyā hai 


 

 ye parī-chehra log kaise haiñ 
 
ġhamza o ishva o adā kyā hai 

 


shikan-e-zulf-e-ambarīñ kyuuñ hai 

nigah-e-chashm-e-surma sā kyā hai 

 

sabza o gul kahāñ se aa.e haiñ 

abr kyā chiiz hai havā kyā hai  



ham ko un se vafā kī hai ummīd 

jo nahīñ jānte vafā kyā hai 








haañ bhalā kar tirā bhalā hogā 

aur darvesh kī sadā kyā hai 



jaan tum par nisār kartā huuñ 

 maiñ nahīñ jāntā duā kyā hai  




maiñ ne maanā ki kuchh nahīñ 'ġhālib' 

muft haath aa.e to burā kyā hai 



ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੀ ਰੁੱਤੇ ਆਏ
तुम कौन सी रितू में आये 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ 
मेरे राम जीओ 

ਜਦੋਂ ਬਾਗ਼ੀਂ ਫੁੱਲ ਕੁਮਲਾਏ 
जब बाग में फूल कुम्लाये (मुरझाये )
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਅੰਗ ਸੰਗ ਸਾਡੇ 
कहाँ थे जब अंग अंग हमारे 
ਰੁੱਤ ਜੋਬਨ ਦੀ ਮੌਲੀ 
रुत जोबन की मौली (पुंगरी )
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਤਨ ਮਨ ਸਾਡੇ 
कहाँ थे जब तन मन हमारे 
ਗਈ ਕਥੂਰੀ ਘੋਲੀ 
गई कथूरी घोली 
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਸਾਹ ਵਿਚ ਚੰਬਾ
कहाँ थे जब साँस में चंबा 
ਚੇਤਰ ਬੀਜਣ ਆਏ 
चेत्र बोने आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ 
मेरे राम जीओ
ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੀ ਰੁੱਤੇ ਆਏ 
तुम कौन सी रितू में आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ 
मेरे राम जीओ
ਜਦੋਂ ਬਾਗ਼ੀਂ ਫੁੱਲ ਕੁਮਲਾਏ 
जब बाग़ में फूल कुमलाये (मुरझाए )
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ
ਕਿਥੇ ਸਉ ਮੇਰੇ ਪ੍ਰਭ ਜੀ 
कहाँ थे मेरे प्रभ जी 
ਜਦ ਇਹ ਕੰਜਕ ਜਿੰਦ ਨਿਮਾਣੀ 
जब यह कंजक ( कोमल ) जिन्द निमाणी 
ਨੀਮ-ਪਿਆਜ਼ੀ ਰੂਪ-ਸਰਾਂ ਦਾ 
नीम प्याजी रूप सरां का  
ਪੀ ਕੇ ਆਈ ਪਾਣੀ
पी के आई पानी
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਧਰਮੀ ਬਾਬਲ 
कहाँ थे जब धरमी बाबल (पिता जी )
ਸਾਡੇ ਕਾਜ ਰਚਾਏ 
हमारे काज रचाए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ
मेरे राम जीओ
ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੀ ਰੁੱਤੇ ਆਏ
तुम कौन सी रितू में आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ
मेरे राम जीओ
ਜਦੋਂ ਬਾਗ਼ੀਂ ਫੁੱਲ ਕੁਮਲਾਏ
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਨਹੁੰ ਟੁੱਕਦੀ ਦੇ 
कहाँ थे जब नाख़ून काटती के 
ਸਉਣ ਮਹੀਨੇ ਬੀਤੇ 
सावन महीने बीते 
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਮਹਿਕਾਂ ਦੇ 
कहाँ थे जब मेहकों के 
ਅਸਾਂ ਦੀਪ ਚਮੁਖੀਏ ਸੀਖੇ 
हमने दीप चमुखिए जलाए 
ਕਿਥੇ ਸਉ ਉਸ ਰੁੱਤੇ 
कहाँ थे उस रुत में 
ਤੇ ਤੁਸੀਂ ਉਦੋਂ ਕਿਉਂ ਨਾ ਆਏ 
तुम तब कयों नहीं आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ
मेरे राम जीओ
ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੀ ਰੁੱਤੇ ਆਏ
तुम कौन सी रितू में आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ
मेरे राम जीओ
ਜਦੋਂ ਬਾਗ਼ੀਂ ਫੁੱਲ ਕੁਮਲਾਏ
जब बाग़ में फूल कुमलाये (मुरझाए )
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ

ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਜਿੰਦ ਮਜਾਜਣ 
कहाँ थे जब जिन्द मजाजन 
ਨਾਂ ਲੈ ਲੈ ਕੁਰਲਾਈ 
नाम लेकर कुरलाई (चिल्लाई )
ਉਮਰ-ਚੰਦੋਆ ਤਾਣ ਵਿਚਾਰੀ 
उमर की चन्दोआ तान कर विचारी 
ਗ਼ਮ ਦੀ ਬੀੜ ਰਖਾਈ 
ग़म की बीड रखाई 
ਕਿਥੇ ਸਉ ਜਦ ਵਾਕ ਲੈਂਦਿਆਂ 
कहाँ तेह वाक लेते हुए 
ਹੋਂਠ ਨਾ ਅਸਾਂ ਹਿਲਾਏ 
होंठ न हमने हिलाए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ
मेरे राम जीओ
ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੀ ਰੁੱਤੇ ਆਏ
तुम कौन सी रितू में आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ
मेरे राम जीओ
ਜਦੋਂ ਬਾਗ਼ੀਂ ਫੁੱਲ ਕੁਮਲਾਏ
जब बाग़ में फूल कुमलाये (मुरझाए )
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ

ਹੁਣ ਤਾਂ ਪ੍ਰਭ ਜੀ ਨਾ ਤਨ ਆਪਣਾ 
अब तो प्रभ जी ना तन अपना 
ਤੇ ਨਾ ਹੀ ਮਨ ਆਪਣਾ 
और न ही मन अपना 
ਬੇਹੇ ਫੁੱਲ ਦਾ ਪਾਪ ਵਡੇਰਾ 
बासी फूल का पाप वड़ा है 
ਦਿਉਤੇ ਅੱਗੇ ਰੱਖਣਾ 
देवते आगे धरना 
ਹੁਣ ਤਾਂ ਪ੍ਰਭ ਜੀ ਬਹੁੰ ਪੁੰਨ ਹੋਵੇ 
अब तो प्रभ जी बहुत पुण्य हो 
ਜੇ ਜਿਦ ਖਾਕ ਹੰਢਾਏ 
अगर जिन्द ख़ाक हण्डाए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ
ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੀ ਰੁੱਤੇ ਆਏ
तुम कौन सी रितू में आए 
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ
ਜਦੋਂ ਬਾਗ਼ੀਂ ਫੁੱਲ ਕੁਮਲਾਏ
जब बाग़ में फूल कुमलाये (मुरझाए )
ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਜੀਉ ।
मेरे राम जीओ
































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